आपﷺ का ज़िक्र ज़मीन पर भी है ओर आसमान पर भी
आपﷺ का ज़िक्र इंसान भी करते है फरिश्ते भी,जिन्नात भी ओर दीगर मखलूकात भी
आपﷺका ज़िक्र पत्थरो ने भी किया ओर दरखतो ने भी
दुनिया के हर कोने में आपﷺ का ज़िक्र करने वाले मौजूद है चुनांचे दुनिया के एक कनारे से फजर की आजाने शुरू होती है ओर दुनिया के आखरी किनारे तक दी जाती है ओर अभी अग्ली जगहों पर फजर की आजाने नहीं हुई होती के पहली जगह ज़ोहर की आजाने शुरू हो जाती है ओर हर अज़ान में आपﷺका नाम ओर रिसालत की गवाही पड़ी जाती है ओर यूं दुनिया का कोई मुल्क या खित्ता एसा नही जहां हर वक्त आपﷺ का नामे मुबारक ना लिया जा रहा हो
यही हाल कूरआने पाक की तिलावत का है दुनिया के हर खित्ते में हर वक्त तिलावते कुरआन जारी रहती है ओर लाखो मुसलमान हर वक्त तिलावत में मशगूल रहते है ओर क़ुरआन जिक्रे मुस्तफाﷺ से मामूर है तो हर वक्त आपﷺ का ज़िक्र तिलावते कुरआन की सूरत में भी जारी है
दुरुदे पाक की सुरत में जिक्रे मुस्तफाﷺ की शान तो ये है के हर आन हर लम्हा दुनिया में आपﷺ पर दुरुद पढ़ा जा रहा है ओर अगर बिल फ़र्ज़ दुरूद पढ़ने वाला कोई इंसान ना भी हो तो फरिश्ते तो हर आन आपﷺ पर दुरूद पड़ रहे हैं
ओर ये फरिश्ते ज़मीन की गहराइयों से ले कर अर्श की बुलंदियों तक मौजूद हैं ओर मुआमला कुछ यूं नजर आता है
फर्श पे ताज़ा छेड़ छाड़ अर्श पे तरफा धूम धाम
कान जिधर लगाएं तेरी ही दास्तान है
आपﷺ का नामे मुबारक अर्शो कुर्सी पर लिखा हुआ है, , सिद्रतुलमुंतहा ओर जन्नती दरखतो के पत्तो पर लिखा नक्श है,,जन्नत के महल्लात पर कुंदा है
तमाम अंबिया व रूसूल عليهم السلام आपﷺ का ज़िक्र करते रहें,,आपﷺ पर ईमान लाने का अपनी अपनी उम्मत से वादा लेते रहे
हर आसमानी किताबो में आपﷺ का ज़िक्र मौजूद है
सावानेह निगारी की दुनिया में सबसे ज़्यादा किताबे आपﷺ पर की सीरत पर ही लिखी गई
बायाने फजाइलो मनाकिब की दुनिया में सबसे ज़्यादा किताब आपﷺ के फज़ाइल के मुताल्लिक
तहरीर की गई
नज़्म की सुरत में दुनिया की तारीख में सबसे ज़्यादा कलाम यानी नाते आपﷺकी शान में लिखी गई
ओर सबसे ज़्यादा जबानो में आपﷺ का ही तजकिरा मिलता हैं
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